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Welcome to Aacharya Vimlesh Astrologer

ज्योतिष एक विज्ञान है जो आकाशीय पिंडों, सितारों और ग्रहों और हमारे ग्रह पर होने वाली घटनाओं के बारे में उनकी स्थिति का अध्ययन करता है। इन खगोलीय पिंडों की गति हमारे जीवन और हमारे जीवन को आकार देने वाली घटनाओं पर अत्यधिक प्रभाव छोड़ती है। आचार्य विमलेश सुखवाल भीलवाड़ा (राजस्थान) में एक प्रसिद्ध वैदिक,यागिक,वस्तु विद व ज्योतिषी हैं। उनकी विशेषज्ञता, हर कार्य को पूर्ण शाष्ट्रोकत नियम विधि से कराना व वैज्ञानिक ज्ञान पर पकड़ । उन्हें राजस्थान के सर्वश्रेष्ठ वैदिक,यागिक,वस्तु विद व ज्योतिषी के रूप में जाना जाता है।                                                                                           काशी की विविध ऋषि परंपरा प्राप्त प्राचीन श्रोत एवं स्मार्त यज्ञ विधा के साथ साथ हस्तरेखा विज्ञान, ज्योतिष शास्त्र, वास्तु शास्त्र, अंक ज्योतिष और अन्य विज्ञानों के गहन ज्ञान के साथ वह विवाह, संतान, प्रेम, दीर्घायु, प्रसव, करियर, शिक्षा, वित्त से संबंधित शुभअशुभ घटनाओं का मार्गदर्शन और भविष्यवाणी करने में मदद करते है। ये भविष्यवाणियां सही समय, तारीख और जन्म स्थान के आधार पर की जाती हैं। भारत की उत्कृष्ट परंपरा प्राप्त स्व नाम धन्य आचार्य के रूप में, वह जीवन में विभिन्न चुनौतियों का सामना करने वाले बहुत से लोगों की मदद और मार्गदर्शन कर रहे हैं और इन घटनाओं के पीछे का अर्थ खोजने की कोशिश कर रहे हैं।

 

आचार्य विमलेश सुखवाल

वेद – ऋग्वेद,यजुर्वेद,सामवेद,अथर्ववेद ,उपवेद –
आयुर्वेद,धनुर्वेद,गंधर्व वेद,स्थापत्यवेद (वास्तु शाश्त्रम्) , (पंचम वेद) महाभारत (गीता),ब्राह्मण ग्रन्थ -ऐतरेय ,शांखायन (कौशीतकी),शतपथ, तैत्तिरीय, पंचविंश:, षड विश:, आर्षेय, दैवत छांदोग्य संहिता वंश:, जैमिनिय सांविधन् गोपथ्,आरणयक –  ऐतरेय,शा’खायनः, बृहदारण्यक:, तैत्तिरीय आरण्यक:,तवलकर:,छांदोग्,उपनिषदः -ऐतरेयः ,कौषीतकी,तैतिरीयोपनिषद् ,कठोपनिषद्,श्वेताश्वतरोपनिषद्,छान्दोग्य केन,वेदाङ्ग –
(1) शिक्षा,(2) कल्पः,(3) व्याकरणम्,(4) निरूक्तम्,(5) छन्दः,(6) ज्योतिष,शिक्षा -. पाणिनीय शिक्षा, माण्डुकी शिक्षा,ऋक्लक्षण शिक्षा, शौनकीया प्रा.,याज्ञवल्क्य शिक्षा,अथर्ववेद प्रा.,वाशिष्ठी शिक्षा, पुष्यसूत्र प्रा., माण्डव्य शिक्षा,वाजसनेयी प्रा.,भरद्वाज शिक्षा,. तैत्तिरीय प्रा.,अवसान निर्णय शि.,मध्यन्दिनी शिक्षा, नारदीय शिक्षा,कल्पः(अ) श्रौतसूत्रम् – 1. आश्वलायनः 2. कौषीतकि 3. कात्यायनः4. बौधायनः5. आपस्तम्बः6. भारद्वाज7. कठ:8. जैमिनीयः9. खादिर:10. द्राह्मायण:11. लाधायनः12. वाघूलः13. वैतान:14. कौशिकः,(ब) गृह्यसूत्रम्- 1. आश्वलायनः2. शांखायनः3. शाम्बव्य:4. कात्यायनः5. कठ:6. आपस्तम्बः7. बौधायनः8. वैखानसः१. भारद्वाजः10. वाघूल:11. जैमिनीयः12.गोभिल:13. गौतमः,(स) धर्मसूत्रम् – 1. वशिष्ठः2. हारीतः3. शंखः4. विष्णुः5. वशिष्ठः6. आपस्तम्बः7. बौधायनः8. हिरण्यकेशी:9. वैखानसः10. गौतमः

(द) शुल्बसूत्रम् – 1. कात्यायनः2. मानवः3. बौधायनः4. आपस्तम्बः5. मैत्रायणी6. वराह:7. वाधूल,व्याकरणम् – 1.इन्द्रः2. चन्द्रः3. काशकृत्स्नः4. आपिशलिः5. पाणिनिः6. अमरः7. जैनेन्द्रः,निरूक्तम् – निरूक्तम् (आचार्य यास्कः),छंद – छन्द-सूत्रम् (आचार्य: पिंगलः),ज्योतिष- आर्ष ज्योतिष याजुष ज्योतिष (1.सिद्धांत2. सहिता 3.होरा),उपाङ्ग – न्याय वैशेषिक,सांख्य योग,मीमांसा,उप्तरमीमांसा(वेदान्त दर्शन),पुराण – विष्णु,लिङ्ग,पद्म,वाराह,ब्रह्म,स्कन्द,वायु(शिव),वामन,भागवत,कूर्म,मत्स्य,नारद,गरूड़,र्कण्डेय,अग्नि,ब्रह्माण्ड,ब्रह्मवै

 

एवं वैदिक परंपरा के संरक्षण व संवर्धन मे ब्रह्माणीसांगवेदसेवाप्रतिष्ठानम् के माध्यम से विशेष कार्य कर रहे है व वैदिक यज्ञविधा, वास्तुविधा, व ज्योतिष विधा से उत्पन्न सनातन या भारतीय प्राचीन प्रणाली पर जोर दिया, जिसे प्राचीन भारतीय ऋषियों द्वारा पोषित , संरक्षित व संवर्धित किया गया था।

इन सब विषयों के साथ साथ विशेषतया बहुश: प्रचलित स्मार्त वैदिक विधान, वास्तु शास्त्र एवं ज्योतिष के मर्म को सामान्य जन मानश् तक पहुचाने मे अनूठा प्रयाश किया है

भीलवाड़ा (राज.) के उत्तम परंपरागत विद्वान आचार्य विमलेश सुखवाल ने वेद आदि ग्रंथो के अध्यपान के साथ साथ ज्योतिष आदि विषयों के क्षेत्र में अपनी सेवाओं के लिए एक अलग पहचान बनाई है।

Frequently Asked Questions

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Can Astrology Predictions Be Changed?

Astrology predictions are based on the positions and movements of celestial bodies at the time of a person’s birth or at a particular moment in time. These predictions often provide insights into potential tendencies, challenges, and opportunities in a person’s life.

How Can Online Astrology Help Me In Predicting The Future?

Online astrology services offer various tools and insights that can help you predict potential future events or trends in your life. While astrology doesn’t predict specific events with absolute certainty, it can provide guidance and a broader understanding of what might be ahead based on the movements of celestial bodies.

What Benefits Can I Expect If I Avail Astrology Services?

Astrology services can offer a variety of benefits, depending on what you’re seeking and how you approach the insights provided by astrology. Here are some potential benefits you might expect from availing astrology services:

Is Astrology Prediction True?

The question of whether astrology predictions are “true” is complex and depends on how one defines truth, as well as on individual beliefs and experiences.

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